हर्षवर्धन के इतिहास के साहित्यिक साक्ष्यों का उल्लेख कीजिए।

हर्षवर्धन के इतिहास जानने के साहित्यिक साधन निम्न है

बाणभट्ट का हर्षचरित

हर्ष के इतिहास जानने का यह सबसे महत्वपूर्ण साहित्यिक श्रोत है। यह ग्रन्थ हर्ष के दरबारी कवि बाणभट्ट ने लिखा था। इस पुस्तक के आठ अध्याय है। बाणभट्ट ने इसमें सन् 612 ई. तक का विवरण लिखा है। इससे हर्ष शासन काल के विषय में जानकारी प्राप्त होती है।

चीनी यात्रियों के विवरण

दूसरा महत्वपूर्ण विवरण चीनी यात्री ह्वेनसांग का यात्रा-वृत्तान्त सी यू-की है, जो उसने 630 से 645 ई. के भारत प्रवास के आधार पर लिखा। कई वर्षों तक वह हर्षवर्धन के दरबार में सम्मानित अतिथि के रूप में भी रहा। उसने न केवल राजा के विषय में लिखा है। वरन् उस समय की राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक तथा आर्थिक दशा पर भी विशेष प्रकाश डाला है। इसी प्रकार हवेनसांग के एक मित्र द्वारा लिखित उसकी जीवनी ‘ह्री-ली’ से भी कुछ अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त होती है।

मुस्लिम आक्रमणकारियों के विरुद्ध भारतीय शासकों के प्रतिरोध पर प्रकाश डालिए।

सम्राट हर्षवर्धन की रचनाएं

हर्षवर्धन की अपनी कृतियां रत्नावली, प्रियदर्शिका, नागानंद सुप्रभातस्तोत्रग, अष्ट-महाश्रीचैत्य-संस्कृत-श्रोत भी उसके विषय में महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं।

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