साक्षात्कार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

साक्षात्कार पर संक्षिप्त टिप्पणी

साक्षात्कार करने की कला सीखना साक्षात्कारकर्ता के लिए आवश्यक है। सफल साक्षात्कार के लिए निम्नलिखित सुझाव दिये –

साक्षात्कार के लिए तैयारी (Preparation of the Interview)

  1. साक्षात्कार आरम्भ करने से पहले ही यह निश्चित कर लेना चाहिए कि साक्षात्कार का उद्देश्य क्या है ? जो तथ्य साक्षात्कारकर्ता को प्राप्त करने हैं उनकी सूची पहले से ही बना लेनी चाहिए।
  2. साक्षात्कार देने वाले व्यक्ति के सम्बन्ध में ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। साक्षात्कार लेने वाला व्यक्ति छात्र के संचय आलेख-पत्र से उसके बारे में परिचय प्राप्त कर सकता है।
  3. साक्षात्कारकर्ता को चाहिए कि साक्षात्कार देने वाले व्यक्ति से साक्षात्कार का दिन तथा समय निश्चित कर लिया जाय। समय ऐसा हो जो दोनों के अनुकूल हो।
  4. साक्षात्कार के लिए गुप्तता रखनी चाहिए। साक्षात्कार देते समय छात्र तभी तथ्य प्रकट करेगा, जब उसको यह विश्वास दिलाया जायेगा कि उसकी सभी सूचनाएँ गुप्त रखी जायेगी। गुप्त स्थान पर ही वह अपने विचारों को निस्संकोच व्यक्त करता है।
  5. साक्षात्कारकर्ताको पक्षपात नहीं करना चाहिए। साक्षात्कार के समय उसको निष्पक्ष रहना चाहिए।

साक्षात्कार करना (Interviewing)

साक्षात्कार करते समय परामर्शदाता को निम्नलिखित सुझाव ध्यान में रखने चाहिए।

  1. साक्षात्कार देने वाले का विश्वास प्राप्त करना एवं आवश्यक तत्व है। विश्वास प्राप्त करने के लिए साक्षात्कार करने वाले व्यक्ति को छात्र में रूचि तथा विश्वास दिखाना चाहिए। साक्षात्कारकर्ता को मित्र बनाने की कला में निपुण होना चाहिए।
  2. साक्षात्कार देने वाले को यथार्थ सेवा प्रदान करनी चाहिए। उसको सहानुभूति तथा सहयोग की भावना रखनी चाहिए।
  3. साक्षात्कार लेते समय इस बात का प्रयत्न किया जाए कि साक्षात्कार देने वाला आराम (Ease) अनुभव करें। उसकी भावनाओं को चोट न पहुँचाई जाए। उसको वार्तालाप के लिए तैयार किया जाए। उसमें यह भाव पैदा कर दिया जाय कि वह साक्षात्कार लेने वाले के समान स्तर का हैं अतः वह साक्षात्कारकर्ता के साथ विचारों का आदान-प्रदान कर सकता है।
  4. साक्षात्कार देने वाले व्यक्ति की बाते धैर्यपूर्वक सुननी चाहिए। बहुत से व्यक्ति सुनने की कला में प्रवीण नहीं होते हैं। साक्षात्कारकर्ता को चाहिए कि भले ही वह व्यक्ति इधर-उधर की बात करें तो भी उसे सुने।
  5. साक्षात्कार को सफल बनाने के लिए आवश्यक है कि साक्षात्कार के लिए अधिक समय दिया जाए।
  6. साक्षात्कार पर साक्षात्कारकर्ता का पूर्ण नियन्त्रण होना चाहिए। सा कारकर्ता को स्वयं चातुर्य से बीच-बीच में साक्षात्कार देने वाले को निश्चित उद्देश्य से परिचित कराते रहना चाहिए।

साक्षात्कार लेने वाले के गुण (Qualities of a Good Interviewer)

साक्षात्कार में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि साक्षात्कार लेने वाले में कुछ अच्छे गुण हो। एक अच्छे साक्षात्कार लेने वाले में निम्नलिखित गुण होने चाहिए

  1. स्पष्ट वक्ता-साक्षात्कारकर्त्ता को कोई भी बात घुमा-फिराकर नहीं कहनी चाहिए साक्षात्कार देने वाले पर वह यह प्रभाव डाले कि वह उसमें अधिक रूचि रखता है।
  2. अच्छे-बुरे पर आश्चर्य प्रकट न करना- साक्षात्कारकर्ता को छात्र की अच्छी बुरी बातों पर आश्चर्य प्रकट नहीं करना चाहिए। छात्र की सभी त्रुटियों, कमियों को शान्तिपूर्वक सुनना चाहिए।
  3. विनोद (Humerous) कारकर्ता को हंसमुख होना चाहिए। तनावपूर्ण स्थिति को समाप्त करने के लिए इस गुण का होना आवश्यक है।
  4. वार्तालाप पर एकमात्र अधिकार न करना – साक्षात्कारकर्ता को वार्तालाप में साक्षात्कार देने वाले को समान समय देना चाहिए। उसे स्वयं वार्तालाप पर एकमात्र अधिकार नहीं करना चाहिए। वार्तालाप के समय अगर साक्षात्कार देने वाला बोल रहा हो तो मध्य में नहीं बोलना चाहिए।
  5. आत्मविश्वास रखने का प्रयत्न-साक्षात्कार द्वारा प्रकट किये गये विश्वास को अन्त तक बनाये रखने के लिए साक्षात्कारकर्ता को प्रयत्न करना चाहिए। साक्षात्कार देने वाले की स्वीकृति लिए बिना सत्कारकर्ता को साक्षात्कार के विषय में उसके किसी परिचित से वर्णन नहीं करना चाहिए।
  6. अच्छा सुनने वाला हो-साक्षात्कारकर्ता को चाहिए कि यह साक्षात्कार की बातों पर धैर्य न खो बैठे। अपनी अभिवृत्ति तथा कथन द्वारा उसको यह प्रदर्शित करना चाहिए। कि वह साक्षात्कार देने वाले में गहरी रूचि रखता है। साक्षात्कारकर्ता में दो गुण विशुद्धता (genuineness), तथा सद्भाव (sincerity) अवश्य होने चाहिए।
  7. अभिवृत्ति तथा भावनाओं को स्वीकार करना-साक्षात्कारकर्ता को साक्षात्कार देने वाले की भावनाओं का आदर करना चाहिए जिससे वह व्यक्ति अपने सन्देह व्यक्त कर सके। उसको किसी प्रकार का निर्णय नहीं देना चाहिए।
  8. सीमित सूचनाओं का संग्रह – एक ही साक्षात्कार में अनेक तथ्यों को प्राप्त करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। उसको चाहिए कि पूर्व निश्चित सूचनाएँ प्राप्त करने का प्रयत्न करें।

रूथ स्ट्रेंग ने कहा है, “साक्षात्कार की सफलता साक्षात्कारकर्ता के व्यक्तित्व पर निर्भर रहती है।”

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