समाजशास्त्र समाज का वैज्ञानिक अध्ययन है। विवेचना।

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समाजशास्त्र समाज का वैज्ञानिक अध्ययन है। विवेचना।
समाजशास्त्र समाज का वैज्ञानिक अध्ययन है। विवेचना।

समाज का वैज्ञानिक अध्ययन समाजशास्त्र की सबसे साधारण परिभाषा लेस्टर फ्रैंक वार्ड एवं ग्राहम समनर ने की है। उन्होंने समाजशास्त्र को “समाज का विज्ञान’ कहा है। वार्ड के शब्दों में “समाजशास्त्र समाज का विज्ञान है।” सामान्यमया तथा समाजशास्त्र सामाजिक क्रियाओं का अध्ययन, वैज्ञानिक ढंग से करता है। वह समाज के सामाजिक संरचना, सामाजिक सम्बन्ध, अन्तः क्रियाओं, व्यवहार विषयों का अध्ययन तथ्यों के आधार पर करता है, जिसके निष्कर्ष नैतिक रूप से निष्पक्ष होते हैं। समाजशास्त्र इनका अनावश्यक विवरण के आधार पर आवश्यक इकाइयों के अध्ययन तक अपने को सीमित रखता है तथा सम्बन्धित घटनाओं के. आंकड़े एकत्र करता है तथा वैज्ञानिक पद्धति का प्रयोग करता है जो विज्ञान की प्रमुख विशेषता है। अतः हम कह सकते हैं कि समाजशास्त्र समाज का वैज्ञानिक अध्ययन करता है।

भारत में डॉ० एस० सी० दुबे का क्षेत्रीय कार्यों का वर्णन।

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