संयुक्त परिवार के महत्व का वर्णन कीजिए।

संयुक्त परिवार का महत्व- संयुक्त परिवार का महत्व निम्नलिखित है ।

(1) बच्चों का समुचित विकास

इस परिवार का सबसे बड़ा लाभ बच्चों का समुचित विकास होना माना गया है। इसमें अधिक सदस्य होने की वजह से बच्चों का समुचित विकास और उनकी देखभाल की चिन्ता नहीं रहती है। प्रायः बच्चों की देखभाल दादा-दादी तथा अन्य वृद्ध व्यक्ति करते हैं क्योंकि उनके पास अधिक कार्य नहीं होता है।

(2) आर्थिक लाभ-

  • (अ) इससे भूमि का उपविभाजन और उपखण्डन रुक जाता है तथा अनार्थिक जोत में कमी हुई है।
  • (च) इसके कारण श्रम विभाजन और विशेषीकरण होता है
  • (स) संपुढ परिवार के कारण खचों में मितव्ययिता रहती है। संयुक्त परिवार इस सिद्धान्त पर आधारित है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी योग्यता के अनुसार कमाए और आवश्यकता के अनुसार खर्च करे।

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3. सामाजिक लाभ

  • (अ) संयुक्त परिवार में बच्चों का पालन-पोषण ठीक ढंग से हो जाता है। अनेक सामाजिक आदर्श जैसे सहयोग, सेवा, त्याग इत्यादि संयुक्त परिवार में ही सीखे जाते हैं।
  • (ब) आपत्तियों का पारिवारिक बीमा संयुक्त परिवार अनाथों, विधवाओं इत्यादि के लिए इस प्रकार से बीमा है। पं० नेहरू के अनुसार “संयुक्त परिवार एक प्रकार से बीमा है जहाँ मानसिक एवं शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति के लिए गारंटी है।”
  • (स) संयुक्त परिवार सामाजिक नियंत्रण का प्रमुख साधन है- यहाँ की देखरेख में नवीन पीढ़ियों के व्यक्ति नियंत्रण में रहते हैं परिवार की प्रथाएँ व परंपराएँ भी नियंत्रण का कार्य करती हैं।
  • (द) संयुक्त परिवार स्वस्थ, मनोरंजन का उत्तम साधन है। सदस्यों के हास परिहास के मध्य उचित मनोरंजन होता रहता है।

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