शैक्षिक निर्देशन के उद्देश्यों की विवेचना कीजिए।

शैक्षिक निर्देशन के उद्देश्य – जोन्स (Jones) ने शैक्षिक निर्देशन के निम्नलिखित उद्देश्य बताये है

  1. सम्भावित तथा इच्छित अग्रिम शिक्षा से सम्बन्धित सूचनाएँ प्राप्त करने में छात्रों को सहायता प्रदान करना। भारत में 5वीं कक्षा 8वीं कक्षा तथा उच्चतर माध्यमिक कक्षा को उत्तीर्ण करने के उपरान्त छात्रों के समक्ष समस्या उत्पन्न होती है कि उनको किस विद्यालय में प्रवेश लेना चाहिए। शैक्षिक निर्देशन द्वारा छात्रों को नवीन विद्यालयों के वातावरण तथा नियमों से अवगत कराया जा सकता है।
  2. विभिन्न प्रकार के विद्यालयों के उद्देश्य तथा कार्यों से छात्रों को अवगत कराने में सहायता प्रदान करना। पाठ्यक्रम की विभिन्नता तथा वृत्तियों में वृद्धि के फलस्वरूप भारत में भी विशिष्ट विद्यालय स्थापित हुए हैं। यहाँ पर बहुउद्देशीय विद्यालय, औद्योगिक, व्यावसायिक चिकित्सा विद्यालय योजनाओं के अन्तर्गत स्थापित हो रहे हैं। इन विद्यालयों के उद्देश्यों तथा कार्यों के सम्बन्ध में सूचनाएँ प्राप्त करने शैक्षिक निर्देशन बालकों की सहायता करता है।
  3. शैक्षिक निर्देशन का उद्देश्य विद्यालय की भेटों (Offerifgs) से सम्बन्धित सूचनाएँ प्राप्त करने में छात्रों की सहायता करना है। विद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों का अध्ययन कराया जाता है। कुछ विद्यालयों में केवल कला पाठ्यक्रम चलता है तो कुछ को विज्ञान या वाणिज्य से सम्बन्धित पाठ्यक्रम की स्वीकृति प्राप्त होती है। भारत का प्रमुख उद्योग ‘कृषि’ होने से कृषि विद्यालयों की स्थापना की बड़ी संख्या में की जा रही है। छात्रों को विभिन्न पाठ्य-विषयों के उद्देश्य तथा उनसे सम्बन्धित वृत्तियों का ज्ञान नहीं होता है। इस ज्ञान के अभाव में छात्र गलत विषयों का चुनाव कर लेते है। शैक्षिक निर्देशन के द्वारा छात्रों को विभिन्न विषयों के महत्व तथा सम्बन्धित सूचनाएँ दी जा सकती है।
  4. अपनी रूचि के विद्यालय में प्रवेश से सम्बन्धित शर्तों की सूचना प्राप्त करने में छात्रों की सहायता करना। प्रत्येक विद्यालय प्रवेश के सम्बन्ध में कुछ नियम निश्चित करता है। कुछ विद्यालय प्रारम्भ में छात्रों की परीक्षा लेने तथा उनका साक्षात्कार करने के उपरान्त प्रवेश देते है। प्रत्येक विद्यालय में प्रवेश पाने के लिए निश्चित निम्नतम शैक्षिक योग्यता होती है। इसके सम्बन्ध में सूचना देना शैक्षिक निर्देशन का कार्य है।

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