वैदिक काल में शिष्य के गुरु कर्त्तव्यों
वैदिक काल में गुरु शिष्य सम्बन्ध पारस्परिक कर्त्तव्यों पर आधारित था। छात्र अपने गुरु के प्रति निम्न कर्त्तव्यों का पालन करते थे
- प्रातः काल उठकर गुरु के चरण स्पर्श करना ।
- पूजा स्थान की सफाई तथा आवश्यक सामग्री की व्यवस्था।
- भिक्षाटन।
- गार्यो को चराना।
- गुरु की आज्ञा का पालन करना।
- गुरु गृह के कार्यों को करना।
- शिक्षा की समाप्ति पर सामर्थ्य के अनुसार गुरु दक्षिणा देना।
प्राचीन कालीन शिक्षा व्यवस्था और मुख्य उद्देश्य पर प्रकास डालिए ?
गुरु के शिष्य के प्रति कर्त्तव्यों
प्राचीन काल या वैदिक काल में गुरु भी अपने शिष्यों की बहुत चिन्ता किया करते थे तथा निम्न दायित्वों का निर्वाह करते थे
- शिष्यों के रहन-सहन तथा भरण-पोषण की व्यवस्था करना।
- छात्रों के स्वास्थ्य की चिन्ता तथा आवश्यकता होने पर उपचार की व्यवस्था करना।
- शिष्यों के चरित्र विकास पर ध्यान देना।
- उनकी जिज्ञासा को शान्त करना।
- उनकी समस्याओं का समाधान करना।
- शिष्यों की बुरी आदतें छुड़ाना।
- आदर्श गुणों का विकास करना।
- जीवन की समस्याओं का सामना करने योग्य बनाना।
- Top 10 Best Web Hosting Companies in India 2023
- InCar (2023) Hindi Movie Download Free 480p, 720p, 1080p, 4K
- Selfie Full Movie Free Download 480p, 720p, 1080p, 4K
- Bhediya Movie Download FilmyZilla 720p, 480p Watch Free
- Pathan Movie Download [4K, HD, 1080p 480p, 720p]
- Badhaai Do Movie Download Filmyzilla 480p, 720p, 1080, 4K HD, 300 MB Telegram Link
- 7Movierulz 2023 HD Movies Download & Watch Bollywood, Telugu, Hollywood, Kannada Movies Free Watch