लोकतन्त्रीय भारत में शिक्षा के क्या उद्देश्य होने चाहिए।

लोकतन्त्रीय भारत में शिक्षा के निम्न प्रमुख उद्देश्य होने चाहिए

  1. लोकतन्त्रीय भारत के लिए जरूरी है कि छात्रों में आदर्श नागरिकता का विकास किया जाये।
  2. भारत जैसे लोकतन्त्रीय देश में शिक्षा का एक प्रमुख उद्देश्य छात्रों में नेतृत्व के गुणों का विकास होना चाहिए जिससे व्यवसायिक, बौद्धिक सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्रों में नेतृत्व के लिए तैयार रहे।
  3. लोकतंत्रीय भारत में शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों का विकास होना चाहिए।
  4. भारत जैसे देश में शिक्षा का एक प्रमुख उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ाना एवंम धर्म निरपेक्ष शिक्षा का विकास करना है जिससे भारत में रहने वाले सभी धर्म के लोग एक दूसरे से झगड़े नहीं वरन् एक-दूसरे का सम्मान करें। इससे देश की एकता और अखण्डता बनी रहेगी।

वैयक्तिक और सामाजिक उद्देश्य एक दूसरे के पूरक है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top