Ancient History

भोज परमार के उत्तराधिकारियों का वर्णन कीजिए।

भोज परमार के उत्तराधिकारियों

महान शासक भोज की मृत्यु के पश्चात् परमार वंश के निम्नलिखित उत्तराधिकारी हुए

(1) जयसिंह भोज की मृत्यु के पश्चात् भोज का पुत्र जयसिंह मालवा का शासक हुआ। जयसिंह ने कल्याणी के चालुक्य से मित्रता कर सोमेश्वर के पुत्र विक्रमादित्य षष्ट की सहायता से गुजरात के कलचुरि नरेश कर्ण से मालवा को मुक्त किया। 1180 ई. के लगभग जयसिंह ने गुजरात के राजा कर्ण और सोमेश्वर द्वितीय के साथ युद्ध किया और पराजित हो गया और सोमेश्वर द्वितीय ने मालवा पर अधिकार कर लिया।

(2) उदयसिंह- जयसिंह की मृत्यु के पश्चात् उदयसिंह मालवा का शासक बना। यह भोज का चचेरा भाई था। उदयसिंह ने चाहमान राजा विग्रहराज की सहायता से मालवा को मुक्त कर लिया।

(3) लक्ष्मणदेव- उदयसिंह की मृत्यु के पश्चात् लगभग 1186 ई. में उसका पुत्र लक्ष्मण देव सिंहासनारूढ़ हुआ। इसका दूसरा नाम जयदेव भी था। यह महान विजेता था।

(4) नरवर्मन – 1194 ई. के लगभग लक्ष्मणदेव का पुत्र नरवर्मन मालवा का शासक बना। नरवर्मन राजनैतिक दृष्टि से अयोग्य शासक था। यह चन्देल राजा से पराजित हुआ था।

(5) यशोवर्मन- नरवर्मन की मृत्यु के पश्चात् 1134 ई. के लगभग उसका पुत्र यशोवर्मन शासक बना। यशोवर्मन भी एक अयोग्य शासक था।

( 6 ) जयवर्मन- यशोवर्मन की मृत्यु के पश्चात् जयवर्मन शासक हुआ। उसने महाराजाधिराज की उपाधि ग्रहण की थी।

(7) विन्धवर्मन – जयवर्मन की मृत्यु के पश्चात् उसके पुत्र विन्धवर्मन ने शासन किया।

(8) सुभटवर्मन- विन्धवर्मन के पश्चात् सुभटवर्मन परमार वंश का शासक हुआ। इसने गुजरात के चालुक्यों पर आक्रमण किया और वहाँ के जैन मन्दिरों को लूटा।

वत्सराज की कन्नौज विजय का उल्लेख कीजिए।

(9) अर्जुनदेव- सुभटवर्मन के बाद उसका पुत्र अर्जुनदेव परमारों का शासक बना। चालुक्यों, चेदि और यादवों ने उसे कई बार पराजित किया जिससे उसकी शक्ति का अन्त हो गया। इसी के साथ परमार वंश का भी पतन हो गया।

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