भारत छोड़ो आन्दोलन की असफलता के क्या कारण थे ?

भारत छोड़ो आन्दोलन अपने प्रमुख उद्देश्य, अंग्रेजों को भारत से निष्कासित करने में, असफल रहा। इसकी असफलता का प्रमुख कारण संगठन का अभाव था। कांग्रेस के प्रमुख नेता अचानक गिरफ्तार कर लिये गये। अतः वे जनता के समक्ष किसी निर्धारित कार्यक्रम को न रख सके। स्वयं गाँधी जी को यह अपेक्षा नहीं थी कि उन्हें अचानक गिरफ्तार कर लिया जायेगा। गाँधी जी का विचार था कि सरकार उनसे बातचीत करेगी तथा यदि बातचीत असफल हो गयी तब कुछ कार्यवाही की जायेगी।

समाजशास्त्र के अध्ययन क्षेत्र का संक्षिप्त वर्णन।

पं. नेहरू ने लिखा है कि यद्यपि गाँधी जी सरकार विरुद्ध कार्यवाही करने की बात करते थे, परन्तु उन्होंने यह निश्चित रूप से नहीं बताया कि वह क्या करना चाहते थे, अतः स्पष्ट है कि भारत छोड़ो आंदोलन के कार्यक्रम के विषय में स्वयं गाँधी जी स्पष्ट नहीं थे, जबि क जन आन्दोलन होने के कारण कार्यक्रम की एक स्पष्ट रूपरेखा नेताओं व जनसाधारण को ज्ञात होना आवश्यक थी। यही कारण था कि आंदोलन के प्रारंभ होने पर जनसाधारण को यह ज्ञात ही नहीं था कि आखिर उन्हें क्या करना है। प्रमुख नेता जेल में थे तथा शेष नेता भी एकमत न थे, अत: जनता व नेताओं के मध्य समन्वय स्थापित न हो सका और आन्दोलन हिन्सात्मक हो गया तथा सरकार के पास दमनकारी शक्तियों का भी अभाव नहीं था। इस प्रकार एक बड़ा आंदोलन असफल हो गया।

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