जेण्डर शब्द की व्याख्या कीजिए।

जेण्डर शब्द की व्याख्या

जेण्डर ऐसे लक्षणों की व्याख्या करता है जिसे कोई समाज या संस्कृति पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग के रूप में चित्रित करती है। समाज विज्ञान के संदर्भ में, ‘संगिक भूमिका’ का संबंध ऐसे लक्षणों एवं आचरण से है जिसे विभिन्न संस्कृतियाँ यौनिकता से संबंधित करती हैं। किसी भी संस्कृति में एक ‘वास्तविक पुरुष होने की आवश्यकता है पुल्लिंग एवं पौरुषवादी लक्षण एवं आचरण उसी प्रकार एक ‘वास्तविक स्त्री’ के लिए स्त्रीलिंग एवं नारीगत विशेषताओं का होना जरूरी है। संक्षिप्त अर्थ में ‘पुरुष’ का अर्थ है पुल्लिंग एवं पुंजातीय सामाजिक भूमिका तथा ‘स्त्री’ का अर्थ है सीलिंग एवं स्त्रियोचित सामाजिक भूमिका का निर्वाह करना।

हर्षवर्धन राज्यकाल का इतिहास के साहित्यिक साक्ष्यों का उल्लेख कीजिए।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top