क्षेत्रीयतावाद की प्रकृति बताइए।

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क्षेत्रीयतावाद की प्रकृति

  1. क्षेत्रीयतावाद एक भावना है।
  2. इसमें क्षेत्र विशेष के लोग अपने क्षेत्र व संस्कृति से अनुराग रखने के साथ अन्य क्षेत्र व संस्कृति से घृणा करते हैं।
  3. क्षेत्रीयतावाद से समाज तथा राष्ट्र के प्रगति व विकास में बाधा पहुँचती है।
  4. प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशिष्ट संस्कृति व जीवन प्रतिमान होते हैं जिनका क्षेत्रीय लोगों के लिए विशिष्ट अर्थ होता है।
  5. क्षेत्रवाद की भावना से प्रेरित व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह राष्ट्रीय हितों में क्षेत्रीय हितों को ज्यादा महत्व प्रदान करते हैं।
  6. क्षेत्रवाद अन्य मानवीय व्यवहार प्रतिमानों को तरह एक व्यवहार है, जो परिस्थिति विशेष में सीखा जाता है।

ग्राम या गांव के प्रमुख प्रकार तथा ग्राम अथवा ग्राम समुदाय क्या है?

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