15 वीं शताब्दी में यूरोप के पुनर्जागरण का प्रारम्भ इटली से हुआ था। तत्पश्चात् यह पुनर्जागरण सम्पूर्ण यूरोप में फैल गया। इटली में पुनर्जागरण के निम्नलिखित कारण थे
1- राजनैतिक दृष्टि से इटली एक छोटा व महत्वहीन देश था, किन्तु सांस्कृतिक दृष्टि से सर्वाधिक विशिष्ट एवं उन्नतिशील था।
2- इटली के दार्शनिक एवं विचारक अन्य देशों की अपेक्षा तर्क के स्थान पर जीवन की वास्तविकताओं के बारे में व्यावहारिक अध्ययन मनन करते थे। इन्हीं विशेषताओं के कारण इटली के विद्वान् सत्य एवं अनुभव के बीच भेद करने में सफल रहे, जिसके परिणामतः उन्होंने पुनर्जागरण आन्दोलन की प्रगति में सर्वाधिक सहयोग दिया।
3- इटली में होने वाली समृद्धि के फलस्वरूप मध्यम वर्ग ने जन्म लिया, जो कि विचारशील होने के कारण पुनर्जागरण में सहायक सिद्ध हुए।
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4- इटलीवासी अपने को प्राचीन रोम का वंशज मानते थे। उनकी अपनी प्राचीन एवं गौरवशाली परम्पराएँ थी, जिसे उन्होंने बनाये रखने का प्रयास किया था। 5- इटली की सामाजिक परिस्थितियों में पुनर्जागरण आन्दोलन के आरम्भ होने में सहायक सिद्ध हुई।
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