अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना विकसित करने के उपाय बताइए।

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अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना विकसित करने के उपाय

(1) संवेगात्मक एवं स्थायी भावात्मक साधन

संवेगात्मक एवं स्थायी भावात्मक अनुभवों के विकास से अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना का कार्य सम्पादित हो सकता है। इस प्रकार के अनुभव कई ढंग से प्राप्त किये जा सकते हैं-उदाहरणार्थ सम्पूर्ण मानवता की परम्परा के उत्तराधिकारी की भावना, सम्पूर्ण मानवता की सेवा की भावना, सहिष्णुता, दान, त्याग, आदि।

( 2 ) अध्यापक शिष्य सद्भावना

आधुनिक समय में विश्व के सभी राष्ट्रों के अध्यापक एक दूसरे देश में जाकर अध्यापन एवं स्वयं अध्ययन करते हैं। ऐसी व्यवस्था छात्रों के लिए भी है। इससे पारस्परिक सम्बन्ध में समीपता स्थापित होती है, इसके अलावा समाज के नेताओं का आरम्भ एवं उनका दृष्टिकोण भी समाज के लोगों में यह भावना जागृत करता है।

(3) धार्मिक सहिष्णुता

दूसरे धर्मों की अच्छी बातें लोगों को बतायी जानी चाहिए। भारत-पाक सम्बन्धों में तो धार्मिक सद्भावना उत्पन्न करना अत्यन्त आवश्यक है।

(4) खेल प्रतियोगिता

अन्तर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।

शिक्षा कर्मी परियोजना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

(5) अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं

अनेक अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं जैसे यूनेस्को, रोटरी इन्टरनेशनल, डब्ल्यू.एच.ओ., स्काउट आदि भी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।

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